CBSE Class 6 Sanskrit व्याकरणम् अनुवाद विधि:

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CBSE Class 6 Sanskrit Grammar अनुवाद विधि:

अधोदत्तानि वाक्यानि अवलोकयत अनुवाद विधि च अवगच्छत। (निम्नलिखित वाक्यों को देखिए और अनुवाद-विधि को समझिए।

(क)
CBSE Class 6 Sanskrit व्याकरणम् अनुवाद विधि 1

संज्ञा-सर्वनाम का समन्वय (तालमेल)

संज्ञा के लिंग व वचन के अनुसार सर्वनाम का रूप प्रयोग में आता है।
(ख)

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कर्ता-क्रिया पद का समन्वय

कर्ता के पुरुष व वचन के अनुसार क्रिया पद का रूप निर्धारित होता है।
(ग)

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अवधेयम्-हिंदी भाषा में ‘को ‘ ‘द्वारा ‘ ‘से’ ‘के लिए ‘ ‘का’ / ‘की’, आदि परसर्ग शब्द से पृथक रहते हैं किंतु संस्कृत में शब्द के साथ जुड़ जाते हैं और शब्द में रूपांतर आ जाता है।

यथा-बालक का = बालकस्य, बालक को = बालकम्, इत्यादि।

CBSE Class 6 Sanskrit व्याकरणम् अनुवाद विधि:

(घ) सुंदर फूल सुंदरम् पुष्पम्।
सुंदर फूल। (बहुवचन) सुंदराणि पुष्पाणि।
विशाल मंदिर विशाल: देवालयः।
विशाल मंदिर। (बहुवचन) विशाला: देवालयाः।
विशाल बगीचा। विशाला वाटिका।
विशेष्य पद (संज्ञा) के लिंग व वचन के अनसार विशेषण शब्द का रूप प्रयोग में लाया जाता है।

(ङ)
CBSE Class 6 Sanskrit व्याकरणम् अनुवाद विधि 4

वाक्य में आई हुई क्रिया के कालानुसार धातुरूप (लकार) का प्रयोग किया जाता है। यथा-वर्तमान काल की क्रिया दर्शाने के लिए लट्, भविष्यत् के लिए लृट्तथा भूतकाल के लिए लड्लकार के धातुरूप का प्रयोग होता है।

(च) संस्कृत भाषा में अव्यय पद ही ऐसे पद हैं जिनमें लिंग, पुरुष वचन, काल, आदि के प्रभाव से कोई रूपांतर नहीं आता।
CBSE Class 6 Sanskrit व्याकरणम् अनुवाद विधि 6

उपरिदत्त सामान्य नियमों को ध्यान में रखकर अनुवाद करें। अवलोकन हेतु कुछ और उदाहरण नीचे दिए गए हैं-

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अनुवाद करते समय सर्वप्रथम वाक्य के कर्ता को पहचानें। तदनुसार क्रिया पद का रूप निर्धारित कर लें। वाक्य के शेष शब्दों में प्रयोगानुसार विभक्ति लगाएँ। शब्द रूप निर्धारित करते समय शब्द के अंतिम अक्षर/स्वर तथा लिंग के अनुसार शब्द रूप चलाएँ।
यथा-

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प्रारंभिक अवस्था में छात्र पाठ्यपुस्तक के व्याकरण भाग में शब्द रूप देख सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे आंग्ल (अंग्रेजी) भाषा का प्रयोग करते समय वर्तनी, आदि के लिए शब्द कोष की सहायता ली जाती है। अभ्यास होने पर सहज ही शुद्ध प्रयोग करने लगेंगे।

अभ्यास प्रश्नाः

प्रश्न 1.
संस्कृत-पर्यायम् लिखत-
यथा-घर = गृहम्
(क) (i) पेड़ों को = ……….
(ii) बालक के लिए = ……….
(iii) पुत्र का = ……….
(iv) दो पैरों से = ……….
(v) फूलों का = ……….
(vi) बादल में = ……….
(vii) दो घोंसलों में = ……….
(viii) गाँव से (अलग) = ……….
उत्तराणि :
(i) वृक्षान्
(ii) बालकाय
(iii) पुत्रस्य
(iv) पादाभ्याम्
(v) पुष्पाणाम्
(vi) मेघेषु/मेघे
(vii) नीड़यो:
(viii) ग्रामात्।

CBSE Class 6 Sanskrit व्याकरणम् अनुवाद विधि:

(ख) (i) हँसता है = ……….
(ii) नमस्कार करती है = ……….
(iii) गिरते हैं (दी) = ……….
(iv) जाएँगे (हम) = ………..
(v) दौड़ता है (वह) = ……….
(vi) चरते हैं (वे) = ……….
(vii) खेलोगे (तुम) = ……….
(viii) तैरता है (वह) = ……….
उत्तराणि :
(i) हसति
(ii) नमति
(iii) पतत:
(iv) गमिष्याम:
(v) धावति
(vi) चरन्ति
(vii) खेलिष्यसि
(viii) तरति।

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