MCQ Questions for Class 7 Hindi Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर with Answers

Students who are searching for NCERT MCQ Questions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर with Answers Pdf free download can refer to this page thoroughly. Because here we have compiled a list of MCQ Questions for Class 7 Hindi with Answers. So, Plan your Exam Preparation accordingly with the खानपान की बदलती तस्वीर Class 7 MCQs Questions with Answers PDF. Also, you can practice and test your subject knowledge by solving these खानपान की बदलती तस्वीर objective questions.

खानपान की बदलती तस्वीर Class 7 MCQs Questions with Answers

Practicing the Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 MCQ with Answers aids students to learn all the fundamental concepts and prepare effectively for the exams. MCQ of खानपान की बदलती तस्वीर Class 7 with Answers are prepared based on the latest exam pattern & CBSE guidelines.

Here are the links available online for Free Download of Class 7 Hindi खानपान की बदलती तस्वीर MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF.

Question 1.
‘पेड़े’ कहाँ के प्रसिद्ध है?
(a) हरियाणा के
(b) पटना के
(c) लखनऊ के
(d) मथुरा के

Answer

Answer: (d) मथुरा के


Question 2.
‘पेठा’ कहाँ का व्यंजन माना जाता है?
(a) आगरा
(b) दिल्ली
(c) मथुरा
(d) मुम्बई

Answer

Answer: (b) दिल्ली


Question 3.
‘छोले भटूरे’ कहाँ का व्यंजन माना जाता है?
(a) आगरा
(b) दिल्ली
(c) मथुरा
(d) मुम्बई

Answer

Answer: (b) दिल्ली


Question 4.
खान-पान की तसवीर क्यों बदली?
(a) उद्योग धंधों के कारण
(b) नौकरियों में तबादलों के कारण
(c) आवागमन के साधनों के कारण
(d) उपर्युक्त सभी द.थन सत्य हैं

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी द.थन सत्य हैं


Question 5.
खान-पान की मिश्रित संस्कृति क्या है?
(a) एक साथ विभिन्न क्षेत्रों के व्यजनों का होना
(b) सब चीज इकट्ठे करके खाना
(c) सबका मिल-जुलकर भोजन करना
(d) प्रीतिभोज का आयोजन करना

Answer

Answer: (a) एक साथ विभिन्न क्षेत्रों के व्यजनों का होना


Question 6.
बम्बई का कौन-सा व्यंजन प्रसिद्ध है?
(a) दही बड़ा
(b) पाव-भाजी
(c) ढोकला
(d) रसगुल्ला

Answer

Answer: (b) पाव-भाजी


Question 7.
ढोकला-गठिया कहाँ का व्यंजन है?
(a) महाराष्ट्र का
(b) पंजाब का
(c) गुजरात का
(d) बिहार का

Answer

Answer: (c) गुजरात का


Question 8.
दाल-रोटी- साग कहाँ का व्यंजन है?
(a) नेपाल का
(b) श्रीलंका का
(c) उत्तर भारत का
(d) दक्षिण भारत का

Answer

Answer: (c) उत्तर भारत का


Question 9.
इडली-डोसा-बड़ा-साँभर रसम किस क्षेत्र के व्यंजन हैं?
(a) दक्षिण कोरिया
(b) दक्षिण भारत
(c) पश्चिमी भारत
(d) जापान

Answer

Answer: (b) दक्षिण भारत


Question 10.
‘खान-पान की बदलती तसवीर’ पाठ के लेखक कौन हैं?
(a) प्रयाग शुक्ल
(b) विनीता पाण्डेय
(c) शिवप्रसाद सिंह
(d) यतीश अग्रवाल

Answer

Answer: (a) प्रयाग शुक्ल


गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न-निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यान पूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर चुनिए.

1. पिछले दस-पंद्रह वर्षों में हमारी खान-पान की संस्कृति में एक बड़ा बदलाव आया है। इडली-डोसा-बड़ा-साँभर-रसम अब केवल दक्षिण भारत तक सीमित नहीं हैं। ये उत्तर भारत के भी हर शहर में उपलब्ध हैं और अब तो उत्तर भारती की ‘ढाबा’ संस्कृति लगभग पूरे देश में फेल चुकी है। अब आप कहीं भी हों. उत्तर भारतीय रोटी-दाल-साग आपको मिल ही जाएँगे। ‘फास्ट फूड’ (तुरंत भोजन) का चलन भी बड़े शहरों में खूब चढ़ा है। इस ‘फास्ट फूड’ में वर्गर, नूडल्स जैसी कई चीजें शामिल हैं। एक ज़माने में कुछ ही लोगों तक सीमित ‘चाइनीज नूडल्स’ अब संभवतः किसी के लिए अजनबी नहीं रहे।

‘टू मिनट्स नूडल्स’ के पैकेटबंद रूप से तो कम-से-कम बच्चे-बूढ़े सभी परिचित हो चुके हैं। इसी तरह नमकीन के कई स्थानीय प्रकार अभी तक भले मौजूद हों, लेकिन आलू-चिप्स के कई विज्ञापित रूप तेज़ी से घर-ब अपनी जगह बनाते जा रहे हैं।

Question 1.
यहाँ लेखक किस संस्कृति की बात कर रहा है?
(a) खान-पान
(b) बोलचाल
(c) पहनावा
(d) दिखावा

Answer

Answer: (a) खान-पान


Question 2.
उत्तर भारत की कौन-सी संस्कृति पूरे भारत में फैल गई है?
(a) पहनावा संस्कृति
(b) ढाबा संस्कृति
(c) होटल संस्कृति
(d) बोलचाल की संस्कृति

Answer

Answer: (b) ढाबा संस्कृति


Question 3.
‘बर्गर, नूडल्स’ जैसी चीजें कैसे भोजन की श्रेणी में आती है?
(a) पौष्टिक भोजन
(b) गरिष्ठ भोजन
(c) सस्ता भोजन
(d) फ़ास्ट फूड

Answer

Answer: (d) फ़ास्ट फूड


Question 4.
नमकीन का स्थान किन चीजों ने ले लिया है?
(a) मीठी चीजों ने
(b) पकौड़ा-समोसा ने
(c) आलू-चिप्स ने
(d) चाइनीज फूड ने

Answer

Answer: (c) आलू-चिप्स ने


Question 5.
‘स्थानीय’ शब्द में प्रत्यय होगा?
(a) स्थान
(b) स्था
(c) नीय
(d) ईय

Answer

Answer: (d) ईय


2. कुछ चीजें और भी हुई हैं। मसलन अंग्रेजी राज तक जो ब्रेड केवल साहबी ठिकानों तक सीमित थी, वह कस्बों तक पहुँच चुकी है और नाश्ते के रूप में लाखों-करोड़ों भारतीय घरों में सेंकी-तली जा रही है। खानपान की इस बदली हुई संस्कृति से सबसे अधिक प्रभावित नयी पीढ़ी हुई है, जो पहले के स्थानीय व्यंजनों के बारे में बहुत कम जानती है, पर कई नए व्यंजनों के बारे में बहुत कुछ जानती है। स्थानीय व्यंजन भी तो अब घटकर कुछ ही चीज़ों तक सीमित रह गए हैं। बंबई की पाव-भाजी और दिल्ली के छोले-कुलचों की दुनिया पहले की तुलना में बड़ी ज़रूर है, पर अन्य स्थानीय व्यंजनों की दुनिया में छोटी हुई है। जानकार ये भी बताते हैं कि मथुरा के पेड़ों और आगरा के पेठे-नमकीन में अब वह बात कहाँ रही! यानी जो चीजें बची भी हुई हैं, उनकी गुणवत्ता में फ़र्क पड़ा है। फिर मौसम और ऋतुओं के अनुसार फलों-खाद्यान्नों से जो व्यंजन और पकवान बना करते थे, उन्हें बनाने की फुरसत भी अब कितने लोगों को रह गई है। अब गृहिणियों या कामकाजी महिलाओं के लिए खरबूजे के बीज सुखाना-छीलना और फिर उनसे व्यंजन तैयार करना सचमुच दुःसाध्य है।

Question 1.
अंग्रेजी राज में ब्रेड किन लोगों तक सीमित थी?
(a) गरीबों तक
(b) विद्यार्थियों तक
(c) व्यापारियों तक
(d) साहब लोगों तक

Answer

Answer: (d) साहब लोगों तक


Question 2.
खान-पान की बदलती संस्कृति से कौन सबसे अधिक प्रभावित हुआ है?
(a) वृद्ध लोग
(b) नई पीढ़ी के लोग
(c) महिलाएँ
(d) शिक्षित वर्ग

Answer

Answer: (b) नई पीढ़ी के लोग


Question 3.
पेड़े कहाँ के प्रसिद्ध होते हैं?
(a) बनारस
(b) मुंबई
(c) मथुरा
(d) आगरा

Answer

Answer: (c) मथुरा


Question 4.
हमारे घरों में मौसम और ऋतुओं के अनुसार पकवान अब क्यों नहीं बनते?
(a) साधनों की कमी के कारण
(b) अज्ञानता के कारण
(c) आलस्य के कारण
(d) फुरसत न मिलने के कारण

Answer

Answer: (d) फुरसत न मिलने के कारण


Question 5.
‘सुखाना-छीलना’ में समास है?
(a) द्वंद्व समास
(b) द्विगु समास
(c) कर्मधारय समाज
(d) तत्पुरुष समाज

Answer

Answer: (a) द्वंद्व समास


3. खान-पान की जो एक मिश्रित संस्कृति बनी है, इसके अपने सकारात्मक पक्ष भी हैं। गृहिणियों और कामकाजी महिलाओं को अब जल्दी तैयार हो जानेवाले विविध व्यंजनों की विधियाँ उपलब्ध हैं। नयी पीढ़ी को देश-विदेश के व्यंजनों को जानने का सुयोग मिला है- भले ही किन्हीं कारणों से और किन्हीं खास रूपों में (क्योंकि यह भी एक सच्चाई है कि वे विविध व्यंजन इन्हें निखालिस रूप में उपलब्ध नहीं हैं)।

आज़ादी के बाद उद्योग-धंधों, नौकरियों-तबादलों का जो एक नया विस्तार हुआ है, उसके कारण भी खानपान की चीजें किसी एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में पहुँची हैं। बड़े शहरों के मध्यवर्गीय स्कूलों में जब दोपहर के ‘टिफिन’ के वक्त बच्चों के टिफिन-डिब्बे खुलते हैं तो उनसे विभिन्न प्रदेशों के व्यंजनों की एक खुशबू उठती है।

Question 1.
खान-पान की मिश्रित संस्कृति का सकारात्मक पक्ष क्या है?
(a) महिलाओं को जल्दी तैयार होने वाले व्यंजनों की विधियों का पता चलना
(b) धन की बचत
(c) चिकित्सा पर व्यय में कमी
(d) विद्यार्थियों के लिए उपयोगी

Answer

Answer: (a) महिलाओं को जल्दी तैयार होने वाले व्यंजनों की विधियों का पता चलना


Question 2.
खान-पान की मिश्रित संस्कृति का क्या कारण है?
(a) उद्योग-धंधों की स्थापना
(b) नौकरियों व तबादलों का होना
(c) आवागमन के साधन
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं

Answer

Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं


Question 3.
मिश्रित संस्कृति का सबसे अधिक प्रसार किनके कारण हुआ?
(a) नौकरीपेशा लोगों के कारण
(b) विद्यार्थियों के कारण
(c) मजदूरों के कारण
(d) व्यापारियों के कारण

Answer

Answer: (b) विद्यार्थियों के कारण


Question 4.
“मिश्रित’ में प्रत्यय होगा-
(a) श्रित
(b) इत
(c) ईत
(d) मिश्र

Answer

Answer: (b) इत


Question 5.
“विस्तार’ का विलोम होगा
(a) संकुचन
(b) संकोच
(c) छोटा
(d) लघु

Answer

Answer: (b) संकोच


4. हम खान-पान से भी एक-दूसरे को जानते हैं। इस दृष्टि से देखें तो खान-पान की नयी संस्कृति में हमें राष्ट्रीय एकता के लिए नए बीज भी मिल सकते हैं। बीज भली-भाँति तभी अंकुरित होंगे जब हम खान-पान से जुड़ी हुई दूसरी चीज़ों की ओर भी ध्यान देंगे। मसलन हम उस बोली-बानी, भाषा-भूषा आदि को भी किसी-न-किसी रूप में ज़्यादा जानेंगे, जो किसी खानपान-विशेष से जुड़ी हुई है।

इसी के साथ ध्यान देने की बात यह है कि ‘स्थानीय’ व्यंजनों का पुनरुद्धार भी ज़रूरी है जिन्हें अब ‘एथनिक’ कहकर पुकारने का चलन बढ़ा है। ऐसे स्थानीय व्यंजन केवल पाँच सितारा होटलों के प्रचारार्थ नहीं छोड़ दिए जाने चाहिए। पाँच सितारा होटलों में वे कभी-कभार मिलते रहें, पर घरों-बाजारों से गायब हो जाएँ तो यह एक दुर्भाग्य ही होगा। अच्छी तरह बनाई-पकाई गई पूड़ियाँ-कचौड़ियाँ-जलेबियाँ भी अब बाज़ारों से गायब हो रही हैं। मौसमी सब्जियों से भरे हुए समोसे भी अब कहाँ मिलते हैं? उत्तर भारत में उपलब्ध व्यंजनों की भी दुर्गति हो रही है।

Question 1.
खान-पान की नयी संस्कृति से हमें किसके लिए बीज मिलते हैं?
(a) खेतों के लिए
(b) फलों के लिए
(c) शिक्षा के लिए
(d) राष्ट्रीय एकता के लिए

Answer

Answer: (d) राष्ट्रीय एकता के लिए


Question 2.
खान-पान की संस्कृति से राष्ट्रीय एकता के लिए बीज कब अंकुरित होंगे?
(a) जब हम खान-पान विशेष से जुड़ी अन्य बातों पर ध्यान देंगे
(b) जब हम खेत में अच्छी प्रकार बीज बोएँगे
(c) जब हम पूरे देश में एक जैसी संस्कृति लागू करेंगे
(d) जब हम सबका एक जैसा पहनावा होगा

Answer

Answer: (a) जब हम खान-पान विशेष से जुड़ी अन्य बातों पर ध्यान देंगे


Question 3.
लेखक का स्थानीय व्यंजनों से क्या आशय है?
(a) वे व्यंजन जो किसी विशेष स्थान पर बनाते हैं
(b) वे व्यंजन जो परंपरागत रूप से किसी क्षेत्र विशेष की पहचान कराते हैं
(c) वे व्यंजन जो आसानी से मिल जाते हैं
(d) वे व्यंजन जो विवाह-समारोह आदि में बनते हैं

Answer

Answer: (b) वे व्यंजन जो परंपरागत रूप से किसी क्षेत्र विशेष की पहचान कराते हैं


Question 4.
‘दुर्भाग्य’ का विलोम होगा
(a) कुभाग्य
(b) भाग्यहीन
(c) सौभाग्य
(d) भाग्यवादी

Answer

Answer: (c) सौभाग्य


Question 5.
निम्नलिखित में से कौन से शब्द में ‘नुर’ उपसर्ग नहीं है?
(a) दुर्भाग्य
(b) दुत्कारना
(c) दुरात्मा
(d) दुर्गति

Answer

Answer: (b) दुत्कारना


We think the shed NCERT MCQ Questions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 14 खानपान की बदलती तस्वीर with Answers Pdf free download will benefit you to the fullest. For any queries regarding CBSE Class 7 Hindi Vasant खानपान की बदलती तस्वीर MCQs Multiple Choice Questions with Answers, share with us via the below comment box and we’ll reply back to you at the earliest possible.

error: Content is protected !!